धडकने अपना वजूद खोती रही June 17, 2018 Dard Shayari , Hindi Shayari मेरी मुहब्बत बेजुबां होती रही,दिल की धडकने अपना वजूद खोती रही,कोई नही आया मेरे दुख मे करीब,एक बारिश थी जो मेरे साथ रोती रही... Share with your friends